प्राचीन काल के वैदिक युग में भारत के सभी 16 महाजनपद और उनकी राजधानी (Mahajanpad Aur Unki Rajdhani) की विस्तार से जानकारी दी गई है, जो अति महत्वपूर्ण है और पूरा विस्तार से पढ़ें|
महत्वपूर्ण बिंदु -
महाजनपद किसे कहते हैं ?
वैदिक युग में भारतीय उपमहाद्वीप में कई राजनीतिक इकाइयां थी, विशेषकर वर्तमान में उत्तर प्रदेश और बिहार वाले क्षेत्र में बड़े राजनीतिक केंद्र बन गए थे, जिन्हें महाजनपद कहा जाता है या कई छोटे जनपद मिलकर एक केंद्रीय इकाई महाजनपद बनाते थे |
जैन और बौद्ध साहित्य में 16 महाजनपदों और उनकी बस्तियों का उल्लेख किया गया है, जिनकी जानकारी इस पोस्ट में विस्तार से दी गई है तो पूरा जरूर पढ़ें |
महाजनपद के प्रकार :-
- राजशाही :- राजशाही महाजनपद में राज्य का शासन वंशानुगत आधार पर होता था | मगध और कौशल जैसे महाजनपद राजशाही महाजनपद के उदाहरण हैं, जिसमें शासको ने ब्राह्मण और वैदिक यज्ञों को महत्व दिया है |
- गणतंत्र :- गणतंत्र महाजनपद में राज्य का शासन सभा के समूह द्वारा चुने गए व्यक्ति द्वारा शासन किया जाता था | वजि महाजनपद में गणतंत्र रूप का पालन किया जाता था |
16 महाजनपद राजधानी और आधुनिक स्थान
क्रम सं. | महाजनपद | राजधानी | आधुनिक स्थान |
---|---|---|---|
1. | अंग | चंपा | मुंगेर और भागलपुर |
2. | मगध | राजगृह | पटना |
3. | काशी | बनारस | वाराणसी |
4. | कौशल | श्रावस्ती | पूर्वी उत्तर प्रदेश |
5. | वज्जि | वैशाली | बिहार |
6. | मल्ल | कुशीनगर | देवरिया, UP |
7. | चेदि | सोथिवती / बांदा | बुंदेलखंड |
8. | वत्स | कौशांबी | इलाहाबाद |
9. | कुरु | इंद्रप्रस्थ | दिल्ली |
10. | पांचाल | अहिच्छत्र / काम्पिल्य | पश्चिम उत्तर प्रदेश |
11. | मत्स्य | विराटनगर | जयपुर |
12. | शूरसेन | मथुरा | मथुरा |
13. | अश्मक | पैठण् | गोदावरी नदी क्षेत्र |
14. | अवंती | उज्जैन | मालवा, MP |
15. | गांधार | तक्षशिला | रावलपिंडी |
16. | कम्बोज | पूंछ | जम्मू कश्मीर |
सभी महाजनपद विस्तार से –
- अंग
- अंग महाजनपद की राजधानी चंपा है, जो की चंपा नदी और गंगा नदी के संगम पर स्थित था |
- अंग का उल्लेख अथर्ववेद और जैन ग्रंथ प्रज्ञापन में मिलता है |
- बिंबिसार द्वारा इस महाजनपद के क्षेत्र को मगध साम्राज्य में मिल लिया गया था |
- मगध
- मगध महाजनपद सबसे शक्तिशाली और समृद्ध महाजनपद था |
- इसकी राजधानी राजगृह पहाड़ियों से सुरक्षित थी |
- मगध ने साम्राज्यवाद नीति के तहत अपने क्षेत्र को काफी फैलाया था |
- काशी
- काशी महाजनपद की राजधानी गंगा और गोमती के संगम पर स्थित थी, जो अपने घोड़े के बाजारों और सूती वस्त्र के लिए जाने जाते थे |
- कौशल
- कौशल महाजनपद में अयोध्या, साकेत और श्रावस्ती इस महाजनपद के महत्वपूर्ण नगर थे |
- राजा विदुभ के शासनकाल के दौरान कौशल को मगध में मिला दिया गया था |
- वज्जि
- वज्जि महाजनपद में सरकार के गणतंत्र रूप को अपनाया जाता था |
- वज्जि को कौशल महाजनपद से गंडक नदी अलग करती है |
- यह महाजनपद लिच्छाविओ द्वारा शासित था |
- जैन और बौद्ध दोनों ग्रंथो में वज्जि को शामिल किया गया है |
- मल्ल
- मल्ल महाजनपद की राजधानी वर्तमान कुशीनगर है, जहां बुद्ध की मृत्यु हुई थी |
- मल्ल महाजनपद में भी शासन का कुलीन तंत्र अपनाया जाता था |
- इसमें दो प्रमुख शाखाएं – पावा और कुशीनारा बुद्ध के समय महत्वपूर्ण थी |
- चेदि
- चेदि महाजनपद की राजधानी सोथिवती / बांदा थी, जो वर्तमान में बुंदेलखंड वाला क्षेत्र है |
- इसका उल्लेख महाभारत और ऋग्वेद में भी मिलता है |
- वत्स
- वत्स महाजनपद की राजधानी कौशांबी थी, जो वर्तमान इलाहाबाद के पास में स्थित है |
- वत्स कौरवों की एक शाखा थी |
- वत्स का सबसे प्रमुख शासक उदयन था |
- कुरु
- गुरु महाजनपद की राजधानी इंद्रप्रस्थ है, जो वर्तमान दिल्ली के आसपास का क्षेत्र है |
- महाभारत काल में इसका उल्लेख है |
- पांचाल
- पांचाल महाजनपद भागीरथी नदी द्वारा दो वंशों में विभाजित था – उत्तरी पांचाल और दक्षिणी पांचाल |
- उत्तरी पांचाल की राजधानी अहिच्छत्र थी, जबकि दक्षिणी पांचाल की राजधानी काम्पिल्य थी |
- यह महाजनपद वर्तमान काल में उत्तराखंड राज्य वाला क्षेत्र था |
- मत्स्य
- मत्स्य महाजनपद राजस्थान के अलवर, भरतपुर वाले क्षेत्र को कहा जाता था |
- इसकी राजधानी विराटनगर वर्तमान में जयपुर के पास में है |
- महाभारत काल में पांडव अपने अज्ञातवास के दौरान यहां छिपे थे |
- यमुना नदी मत्स्य और पांचाल महाजनपद को अलग करती थी |
- राजा सुजाता ने चेदि और मत्स्य दोनों पर शासन किया था |
- शूरसेन
- शूरसेन महाजनपद की राजधानी तट यमुना के तट पर मथुरा में थी |
- यहां के शासक अवंतीपुत्र ने बौद्ध धर्म का प्रचार किया था |
- बाद में इसे मगध साम्राज्य में शामिल कर लिया गया था |
- अश्मक
- अश्मक की राजधानी गोदावरी नदी के तट पर पैठण में थी |
- ब्रह्मदत्त और अरुण इस महाजनपद के प्रमुख शासक थे |
- अवंती
- मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में स्थित अवंती एक शक्तिशाली महाजनपद था |
- अवंती महाजनपद 2 भागों में विभाजित था – उत्तरी और दक्षिणी अवंती
- उत्तरी अवंति की राजधानी उज्जैन थी, जबकि दक्षिणी अवंती की राजधानी महिषामती थी |
- गंधार
- गंधार महाजनपद वर्तमान में काबुल अफगानिस्तान से लेकर पाकिस्तान के रावलपिंडी तक फैला हुआ था |
- गंधार की राजधानी तक्षशिला प्राचीन भारत का प्रमुख शिक्षा केंद्र था |
- गंधार महाभारत के कौरवों के सहयोगी थे |
- कंबोज
- कंबोज महाजनपद पंजाब और जम्मू कश्मीर में हिंदू कुश की पहाड़ियों वाला क्षेत्र था |
- इसकी राजधानी पूंछ वाला क्षेत्र था |
Mahajanpad Aur Unki Rajdhani FAQ
कुल कितने महाजनपद थे ?
वैदिक युग के अनुसार प्राचीन भारत में कुल 16 महाजनपद थे |
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मगध महाजनपद की राजधानी क्या थी ?
मगध महाजनपद की राजधानी राजगृह थी, जो की सबसे शक्तिशाली महाजनपद था |
तक्षशिला किसकी राजधानी थी ?
प्राचीन भारत का प्रमुख शिक्षा केंद्र तक्षशिला प्राचीन काल में गंधार महाजनपद की राजधानी हुआ करती थी |
मत्स्य महाजनपद कौन से क्षेत्र से संबंधित है ?
मत्स्य महाजनपद की राजधानी विराटनगर थी, जो कि वर्तमान में पूर्वी राजस्थान विशेषकर जयपुर, अलवर, धौलपुर वाले क्षेत्र से संबंधित था |
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He’ll sir aap everyday notes kyo n dalte h bhut help hota h esase hm logo ko plzz aise everyday dalte rhiye guruji
Yes I’ll update time to time vaise 200+ topics ke notes already hai so unhe bhi jarur padhe
Thanks Zabardast article